रात में नींद क्यों नहीं आती? कारण, उपाय और समाधान

Jul 14, 2025

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रात में नींद ना आना अब आम समस्या है। जानिए इसके पीछे के कारण, घरेलू उपाय, और बेहतर नींद के लिए दिनभर की सही आदतें।

रात में नींद क्यों नहीं आती? कारण, उपाय और समाधान

यह सवाल हर उस इंसान के दिमाग में आता है जो बिस्तर पर लेटता तो है, पर सो नहीं पाता।

असल में नींद ना आने के कई कारण हो सकते हैं और ये सिर्फ तनाव या चिंता तक सीमित नहीं हैं।

  • अगर आप रोज़ देर तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का इस्तेमाल करते हैं, तो आपकी आंखों की नींद गायब हो सकती है।
  • दिनभर की अनसुलझी बातें, अधूरे काम, या कोई पुरानी याद भी दिमाग को उलझाए रखती हैं।
  • कई बार बिना वजह भी दिमाग भागता रहता है — जैसे उसे किसी गंतव्य तक पहुंचना हो, पर मंज़िल तय ना हो।

सबसे गहरा कारण यह होता है कि इंसान अंदर से बेचैन होता है।
नींद तभी आती है जब मन शांत हो। और जब मन ही परेशान हो तो नींद कहाँ से आए?

नींद ना आने पर क्या करें? तुरंत राहत पाने के उपाय

जब रात के 2 बज चुके हों और आंखें फिर भी खुली हों, तो हर मिनट भारी लगने लगता है। उस वक्त सबसे बड़ा सवाल यही होता है अब क्या करूं?

यहाँ कुछ ऐसे उपाय हैं जो मैंने खुद आज़माए हैं और हाँ, ये सिर्फ किताबों में अच्छे नहीं लगते, असल में असर करते हैं:

1. गहरी सांस लेना शुरू करें (Deep Breathing)

धीरे-धीरे नाक से सांस लें फिर धीरे-धीरे मुंह से छोड़ें। ये कोई योगा क्लास नहीं है — ये आपके मन को “अभी के पल” में लाने का तरीका है।

2. बिस्तर छोड़ दीजिए (कुछ देर के लिए)

अगर 20 मिनट तक नींद नहीं आती, तो बिस्तर पर पड़े रहना आपके दिमाग को और बेचैन करता है। उठिए, थोड़ा चलिए या कोई किताब पढ़िए।

3. मोबाइल से दूरी बना लीजिए

फोन उठाते ही आप फिर इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप या यूट्यूब में खो जाएंगे — और आंखों से नींद कोसों दूर चली जाएगी।

4. अपने मन की बात एक डायरी में लिखें

मन में जो चल रहा है, उसे शब्दों में उतार दीजिए। लिखने से दिमाग खाली होता है, और नींद आने लगती है।

5. थोड़ी देर मेडिटेशन कीज

 

रात में नींद लाने के घरेलू उपाय

जब दवा की जगह दादी मां के नुस्खे याद आएं, तो समझो बात दिल से निकली है। नींद लाने के लिए कई घरेलू उपाय पीढ़ियों से अपनाए जा रहे हैं, जो आज भी उतने ही कारगर हैं।

1. गुनगुना दूध पीना सोने से पहले

दूध में ट्रिप्टोफेन नामक अमीनो एसिड होता है, जो नींद लाने में मदद करता है। एक चुटकी हल्दी डाल दो तो और भी बेहतर — शरीर भी आराम पाएगा।

2. पैरों में सरसों का तेल लगाना

ये उपाय पुराना है, पर असरदार है। सरसों का तेल पैरों के तलवों में लगाने से शरीर शांत होता है और नींद जल्दी आने लगती है।

3. गुनगुने पानी से स्नान करना

सोने से 1 घंटा पहले नहाने से शरीर का तापमान नियंत्रित होता है, जिससे दिमाग को संकेत मिलता है कि अब आराम का वक्त है।

4. सौंफ और मिश्री का सेवन

थोड़ी सी सौंफ और मिश्री मिलाकर चबाने से पेट हल्का लगता है और नींद आसानी से आती है — खासकर जब गैस या अपच हो।

5. लैवेंडर तेल की खुशबू सूंघना

अगर आपके पास लैवेंडर एसेंशियल ऑयल है तो उसका कुछ बूंद तकिए पर छिड़क दें। ये दिमाग को शांत करता है और तनाव दूर करता है।

लगातार नींद ना आना किस बीमारी का संकेत हो सकता है?

अगर आपको हफ्तों से ठीक से नींद नहीं आ रही है, तो इसे हल्के में लेना आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है।

कभी-कभी नींद न आना सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि एक बीमारी का लक्षण होता है। नीचे कुछ ऐसी स्थितियाँ हैं जिनसे यह जुड़ा हो सकता है:

1. अनिद्रा (Insomnia)

यह सबसे आम नींद से जुड़ी समस्या है, जिसमें व्यक्ति घंटों जागा रहता है या बार-बार नींद टूटती है। अगर 3 सप्ताह से ज़्यादा हो गया है और नींद गायब है, तो ये इंसोम्निया हो सकता है।

2. डिप्रेशन या एंग्ज़ायटी

जब मन अंदर से बोझिल हो, तब शरीर आराम नहीं कर पाता। चिंता और अवसाद नींद पर सीधा असर डालते हैं। कई बार मन में हलचल इतनी होती है कि दिमाग “रिलैक्स” करना ही भूल जाता है।

3. थायरॉइड की समस्या

हाइपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism) में मेटाबॉलिज़्म तेज़ हो जाता है, जिससे शरीर और दिमाग ज्यादा एक्टिव रहता है — नतीजा: नींद नहीं आती।

4. कैफीन या दवाओं का साइड इफेक्ट

अगर आप चाय, कॉफी ज़्यादा पीते हैं या कोई दवा ले रहे हैं — तो हो सकता है वो भी नींद में खलल डाल रही हो।

 

अच्छी नींद के लिए दिनभर क्या करना चाहिए?

नींद सिर्फ रात का काम नहीं है यह उस दिन का इनाम होती है जो आपने कैसे जिया।
मतलब ये कि अगर आप दिनभर अपनी आदतें बिगाड़ते रहेंगे, तो रात में नींद की उम्मीद रखना बेमानी है।

यहाँ कुछ जरूरी बातें हैं जो दिनभर अपनाने से रात की नींद खुद-ब-खुद आने लगेगी:

1. सुबह की धूप ज़रूर लें

सुबह 15-20 मिनट धूप में बैठिए — इससे आपके शरीर की नींद की घड़ी (biological clock) सेट होती है। इससे रात को नींद समय पर आती है।

2. थोड़ी फिज़िकल एक्टिविटी करें

दिनभर बैठे रहना आपके शरीर को थकने नहीं देता। शाम को वॉक पर जाएँ, हल्का-फुल्का एक्सरसाइज़ करें — ताकि शरीर को नींद की ज़रूरत महसूस हो।

3. दिन में ज़्यादा सोने से बचें

अगर आप दोपहर में लंबे समय तक सोते हैं, तो रात की नींद उड़ सकती है। ज़रूरत हो तो पावर नैप (15-20 मिनट) काफी होता है।

4. कैफीन और शुगर को सीमित करें

शाम के बाद चाय, कॉफी या ज्यादा मीठी चीजें न लें — ये दिमाग को ज़्यादा एक्टिव कर देती हैं, जिससे नींद दूर भागती है।

5. रात का भोजन हल्का रखें

भारी खाना खाने से पेट को नींद से पहले पचाने में वक्त लगता है — और तब तक आप करवटें बदलते रह जाते हैं।

 

FAQ

FAQ 1: क्या रात को देर से सोना एक बीमारी है?

उत्तर:
हर बार नहीं। कभी-कभी देर तक जागना आपकी दिनचर्या या आदत का हिस्सा हो सकता है। लेकिन अगर यह लगातार हो रहा है और आपके मूड, सेहत या कामकाज पर असर डाल रहा है, तो यह अनिद्रा (Insomnia) का लक्षण हो सकता है। ऐसे में विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी है।

 

FAQ 2: अगर रात को नींद न आए तो तुरंत क्या करना चाहिए?

उत्तर:
अगर 20-30 मिनट तक नींद नहीं आ रही, तो बिस्तर से उठ जाइए। एक हल्की किताब पढ़िए, गहरी सांस लें, या डायरी में अपने विचार लिखें। कोशिश करें कि मोबाइल स्क्रीन से दूर रहें और अपने मन को शांत करें।

 

FAQ 3: क्या मोबाइल का ज़्यादा उपयोग नींद को प्रभावित करता है?

उत्तर:
हाँ, मोबाइल की स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट आपके शरीर की जैविक घड़ी (body clock) को बिगाड़ देती है। इससे मेलाटोनिन हार्मोन कम बनता है, जो नींद के लिए ज़रूरी होता है।

 

FAQ 4: क्या रोज़ एक ही समय पर सोना जरूरी है?

उत्तर:
हाँ, शरीर को एक स्थायी दिनचर्या पसंद होती है। अगर आप रोज़ एक तय समय पर सोने और उठने की आदत बनाएं, तो नींद जल्दी और गहरी आने लगती है।

 

Disclaimer:

इस ब्लॉग में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और जागरूकता के उद्देश्य से साझा की गई है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपकी नींद से जुड़ी समस्या लंबे समय से बनी हुई है या आपकी दिनचर्या पर असर डाल रही है, तो कृपया किसी योग्य चिकित्सक या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें।


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