पाइल्स (बवासीर): कारण, लक्षण और इलाज के असरदार उपाय

Jul 17, 2025

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पाइल्स यानी बवासीर क्यों होती है? जानिए इसके कारण, लक्षण, घरेलू इलाज और पाइल्स से बचने के आसान और असरदार उपाय।

पाइल्स (बवासीर): कारण, लक्षण और इलाज के असरदार उपाय

सच कहूँ तो, ज़िंदगी में कोई भी बीमारी हमें उतनी शर्मिंदा नहीं करती जितनी पाइल्स कर देती है। सोचिए, जब टॉयलेट जाना भी डर बन जाए… हर बार बैठते हुए दिल धड़कता रहे कि दर्द होगा, जलन होगी, खून आएगा… ये कोई जीने वाली बात है?

पाइल्स, या बवासीर, असल में उतनी अनकॉमन नहीं है जितना लोग सोचते हैं। फर्क बस इतना है कि लोग इस पर बात करने में झिझकते हैं। कई बार तो लोग डॉक्टर को भी दिखाने में देर कर देते हैं, और हालत बिगड़ती चली जाती है।

 

पाइल्स आखिर होती क्यों है?

आपने कभी गौर किया है? आजकल हमारी लाइफस्टाइल कितनी बदल गई है। सुबह उठते ही मोबाइल, फिर घंटों तक ऑफिस में बैठना, बाहर का तला-भुना खाना… और हरी सब्ज़ियां? वो तो नाममात्र की रह गईं। नतीजा – कब्ज़, और वही कब्ज़ पाइल्स की सबसे बड़ी वजह बनती है।

  • लंबे समय तक टॉयलेट में बैठना (हाँ, मोबाइल लेकर बैठना भी शामिल है 😅)
  • पानी कम पीना
  • बार-बार कब्ज़ रहना
  • प्रेग्नेंसी के दौरान प्रेशर बढ़ना
  • और हाँ, मोटापा भी एक बड़ा कारण है

असल में, जब रेक्टम की नसों पर ज़्यादा दबाव पड़ता है, तो वहाँ सूजन आ जाती है। यही सूजी हुई नसें पाइल्स बन जाती हैं।

 

लक्षण जो नज़रअंदाज़ नहीं करने चाहिए

शुरू में तो लोग इसे छोटी-मोटी दिक्कत समझकर टाल देते हैं। लेकिन कुछ संकेत हैं, जिन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए:

  • टॉयलेट के बाद हल्का या ज़्यादा खून आना
  • गुदा के पास जलन और खुजली
  • बैठने में तकलीफ़ होना
  • गांठ जैसी सूजन महसूस होना
  • बार-बार मल त्याग की इच्छा लेकिन राहत न मिलना

अगर ये सब बार-बार हो रहा है, तो सिर्फ घरेलू नुस्खों पर भरोसा न करें। डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।

 

सच बताऊँ? इलाज का पहला कदम लाइफस्टाइल बदलना है

मुझे पता है, आप सोच रहे होंगे – “इतना आसान होता तो लोग क्यों परेशान होते?” पर यकीन मानिए, छोटी-छोटी आदतें बहुत फर्क डालती हैं।

फाइबर वाला खाना – फल, सलाद, दालें, हरी सब्ज़ियां
भरपूर पानी – दिन में कम से कम 8 गिलास
लंबे समय तक न बैठें – हर 1-2 घंटे में थोड़ा टहल लें
कब्ज़ रोके नहीं – टॉयलेट को जितना देर करेंगे, उतना दर्द बढ़ेगा

 

  • गर्म पानी में बैठना (sitz bath) – दिन में 10 मिनट बैठेंगे तो सूजन कम होगी
  • एलोवेरा जेल – ठंडक और राहत देता है
  • नारियल तेल या तिल का तेल – खुजली और जलन कम करने में मददगार
  • इसबगोल की भूसी – कब्ज़ दूर कर देती है, जिससे दबाव कम होता है

लेकिन हाँ, ये सब सिर्फ शुरुआती राहत के लिए है। अगर हालात गंभीर हैं तो डॉक्टर ही सही गाइड कर सकते हैं।

 

कब डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है?

अगर दर्द इतना बढ़ जाए कि बैठना मुश्किल हो जाए, खून ज़्यादा आए, या बार-बार दोबारा हो, तो देर न करें। आजकल पाइल्स का इलाज बहुत आसान हो गया है।

  • लेज़र ट्रीटमेंट – बिना कट-छांट, बिना दर्द
  • रबर बैंड लिगेशन – गांठ को सूखाकर खत्म कर देते हैं
  • सर्जरी – सिर्फ बहुत गंभीर मामलों में

 

मेरा सबसे सच्चा सुझाव

पाइल्स कोई “शर्म की बीमारी” नहीं है। ये उतनी ही नॉर्मल है जितनी किसी को सर्दी-खांसी होना। फर्क बस इतना है कि इसे नज़रअंदाज़ करना नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए अपने खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान दें। और हाँ, हेल्थ को लेकर delay मत करो – क्योंकि जितनी जल्दी पकड़ लोगे, उतना आसान इलाज होगा।

 

FAQ

Q1: क्या पाइल्स बिना सर्जरी ठीक हो सकती है?
👉 हाँ, शुरुआती स्टेज में लाइफस्टाइल और घरेलू इलाज से ठीक हो सकती है।

Q2: पाइल्स का सबसे बड़ा कारण क्या है?
👉 लंबे समय तक कब्ज़ और ग़लत खानपान।

Q3: क्या पाइल्स खतरनाक है?
👉 ये जानलेवा नहीं लेकिन बिना इलाज के ज़िंदगी को मुश्किल ज़रूर बना देती है।

Q4: क्या प्रेग्नेंसी में पाइल्स होना नॉर्मल है?
👉 हाँ, प्रेग्नेंसी में प्रेशर बढ़ने से हो सकती है।

Q5: पाइल्स में सबसे तेज़ राहत कैसे मिलेगी?
👉 गर्म पानी में बैठना, कब्ज़ दूर करना और डॉक्टर से सही इलाज लेना।

 

Disclaimer: यह लेख सिर्फ शैक्षिक और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको पाइल्स या किसी भी हेल्थ कंडीशन से संबंधित समस्या है, तो हमेशा किसी योग्य डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल से सलाह लें। इस जानकारी पर पूरी तरह निर्भर रहना उचित नहीं है।


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