आज जब हम जॉब्स की दुनिया में एक स्थिर और सम्मानजनक करियर की तलाश करते हैं, तो अक्सर IT या सरकारी नौकरियाँ सबसे पहले ज़हन में आती हैं। मगर Medical Coding Jobs उन चुपचाप बढ़ते हुए करियर ऑप्शन में से एक हैं जिन्हें अभी भी भारत में ज़्यादा लोग नहीं जानते, लेकिन जिसकी डिमांड इंटरनेशनल लेवल पर बेतहाशा बढ़ रही है।3
Medical Coding क्या होता है?
थोड़ा आसान भाषा में समझें तो मेडिकल कोडिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें डॉक्टर द्वारा बताई गई बीमारी, इलाज, टेस्ट या किसी भी मेडिकल प्रोसीजर को codes में बदला जाता है। ये कोड्स इंटरनेशनल स्टैंडर्ड पर बनाए जाते हैं, जैसे ICD (International Classification of Diseases), CPT (Current Procedural Terminology) आदि।
अब सवाल ये आता है कि ये कोड्स क्यों ज़रूरी हैं?
क्योंकि जब हॉस्पिटल, डॉक्टर या क्लिनिक किसी इलाज का खर्च बीमा कंपनी से क्लेम करता है, तो बीमा कंपनी को ये जानना होता है कि किस इलाज के लिए कितना चार्ज किया गया है। और ये सब काम होता है कोड्स के ज़रिए।
यहाँ मेडिकल कोडर की ज़िम्मेदारी होती है कि वो पेशेंट की रिपोर्ट्स, प्रिस्क्रिप्शन और टेस्ट रिज़ल्ट्स को पढ़कर, सही कोड लगाए। यही कोड आगे बीमा, डेटा रिकॉर्ड और मेडिकल रिसर्च के लिए काम आते हैं।
Medical Coding Jobs किन लोगों के लिए सही हैं?
Medical Coding कोई ऐसा फील्ड नहीं है जिसमें MBBS या डॉक्टर बनना ज़रूरी हो। और यही इसे आम छात्रों के लिए एक खास मौका बनाता है। अब ये जान लेते हैं, की ये जॉब कौन कर सकता है?
- 12वीं के बाद जिन छात्रों ने Biology ली हो, वो एक बेहतर शुरुआत कर सकते हैं।
- B.Sc (Biology, Zoology, Botany), B.Pharm, या Life Sciences से कोई भी ग्रैजुएट इसका कोर्स कर सकता है।
- कुछ इंस्टीट्यूट्स Commerce या Arts बैकग्राउंड वालों को भी ट्रेनिंग देते हैं, लेकिन उन्हें थोड़ी ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
Medical Coding Jobs की सैलरी और स्कोप कितना है?
सैलरी:
जब आप एक फ्रेशर के तौर पर मेडिकल कोडिंग की जॉब शुरू करते हैं, तो इंडिया में आपकी सैलरी ₹15,000 से ₹25,000 प्रति माह के बीच हो सकती है। अगर आपने किसी अच्छी कंपनी या USA Based क्लाइंट के साथ काम शुरू किया, तो ₹30,000 या उससे ज्यादा भी मिल सकता है।
कुछ कंपनियाँ जैसे:
Cognizant, Wipro, Omega Healthcare, GeBBS, Visionary RCM आदि फ्रेशर्स को नियमित रूप से हायर करती हैं।
2–3 साल के एक्सपीरियंस के बाद आपकी सैलरी ₹40,000 – ₹60,000 तक पहुंच सकती है। और अगर आपने CPC (Certified Professional Coder) जैसा इंटरनेशनल कोर्स किया है, तो आप ₹1 लाख रुपये या ज्यादा की मासिक सैलरी भी पा सकते हैं।
स्कोप:
- हेल्थकेयर इंडस्ट्री इंडिया में बहुत तेज़ी से डिजिटाइज़ हो रही है।
- बीमा कंपनियाँ, अस्पताल, और टेलीहेल्थ सर्विसेज सभी को कुशल मेडिकल कोडर्स चाहिए होते हैं।
- और सबसे बड़ी बात US, UAE और कनाडा में मेडिकल कोडर्स की भारी डिमांड है।
तो हाँ, ये कहना गलत नहीं होगा कि ये जॉब इंडिया में ही नहीं, इंटरनेशनल लेवल पर भी एक करियर ग्रोथ मशीन बन सकता है।
क्या Medical Coding Jobs Work From Home में की जा सकती हैं?
हाँ, Medical Coding एक ऐसा प्रोफेशन है जिसे आप Work From Home में भी कर सकते हैं। दरअसल, कोविड के बाद से कई हेल्थकेयर कंपनियाँ इस प्रोफाइल को fully remote या hybrid मोड में ऑफर कर रही हैं।
किन स्थितियों में Work From Home संभव है?
- अगर आपके पास पहले से 1-2 साल का अनुभव है
- या आपने CPC/ICD सर्टिफिकेशन कर रखा है
- और आपकी टाइपिंग स्पीड, communication और accuracy अच्छी है
तो आपको आसानी से WFH जॉब मिल सकती है।
कौन-कौन सी कंपनियाँ देती हैं WFH ऑप्शन?
- Access Healthcare
- GeBBS Healthcare
- Omega Healthcare (कुछ प्रोसेस में)
- और कई फ्रीलांस प्रोजेक्ट्स भी होते हैं (LinkedIn या Freelance साइट्स पर)
Medical Coding Course कहाँ से करें और कितना खर्च आता है?
यहाँ दो ऑप्शन होते हैं, भारत के इंस्टिट्यूट्स और इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन।
भारत में कोर्स कहाँ से करें?
भारत में बहुत सारे अच्छे संस्थान मेडिकल कोडिंग की ट्रेनिंग देते हैं। इनमें से कुछ प्रसिद्ध नाम हैं:
- Visionary RCM, Chennai
- GeBBS Healthcare, Mumbai
- Omega Healthcare, Bangalore
- Udemy, Coursera जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी काफी अच्छे हैं
इन कोर्सेज की अवधि 3 से 6 महीने की होती है। कुछ इंस्टिट्यूट प्लेसमेंट की गारंटी भी देते हैं।
कोर्स की फीस कितनी होती है?
अगर आप किसी ऑफलाइन इंस्टिट्यूट से ट्रेनिंग लेते हैं, तो फीस ₹25,000 से ₹60,000 तक हो सकती है।
ऑनलाइन कोर्स (Udemy आदि पर) ₹500 से ₹3000 में भी मिल जाते हैं, लेकिन उसमें आपको खुद से प्रैक्टिस करनी होती है और ज्यादातर में प्लेसमेंट सपोर्ट नहीं होता।
CPC सर्टिफिकेशन — गोल्ड स्टैंडर्ड
अगर आप वाकई में इस फील्ड में लंबे समय तक काम करना चाहते हैं, तो AAPC द्वारा प्रदान किया गया CPC (Certified Professional Coder) कोर्स करें। यह इंटरनेशनल सर्टिफिकेट है और इसकी वैल्यू बहुत ज़्यादा है।
Medical Coding में करियर कैसे शुरू करें?
Step 1: अपना 12वीं का बैकग्राउंड देखें
अगर आप 12वीं Biology से कर चुके हैं या Life Sciences में ग्रैजुएट हैं, तो आप तैयार हैं। अगर नहीं, तो भी आप ऑनलाइन बेसिक मेडिकल टर्मिनोलॉजी का कोर्स जरूर करें।
Step 2: एक अच्छा कोर्स चुनें
ऑफलाइन या ऑनलाइन, जैसा आपके पास समय और बजट हो। अगर आपको सेल्फ-लर्निंग पसंद है तो Udemy जैसे प्लेटफॉर्म से भी शुरुआत हो सकती है।
Step 3: प्रैक्टिस और कोडिंग सॉफ्टवेयर सीखें
आपको ICD, CPT, HCPCS कोड्स की नॉलेज होनी चाहिए। इसके अलावा प्रैक्टिस के लिए आप फ्री सॉफ्टवेयर जैसे:
- Find-A-Code
- Codify by AAPC
का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Step 4: सर्टिफिकेशन लें (अगर सीरियस हैं)
CPC या CCS जैसी सर्टिफिकेशन आपको इंडिया ही नहीं, इंटरनेशनल लेवल पर जॉब के लिए तैयार करती है।
Step 5: इंटरव्यू और अप्लाई करें
GeBBS, Omega, Visionary, Cognizant जैसी कंपनियों की वेबसाइट पर जाएं।
LinkedIn और Naukri पर Medical Coding Fresher Jobs डालकर सर्च करें, वंहा रोज़ाना नई पोस्ट आती हैं।
Medical Coding Jobs in Chennai: कहाँ ढूंढें और कैसे अप्लाई करें?
अगर आप Chennai में मेडिकल कोडिंग की नौकरी ढूंढ रहे हैं, तो आपको ये बात जाननी चाहिए, यहाँ रोज़ाना नई-नई जॉब्स आती हैं। इसलिए सिर्फ एक लिस्ट देना सही तरीका नहीं होगा, क्योंकि वो अगले हफ्ते तक आउटडेटेड हो सकती है।
यहाँ एक आसान और असरदार गाइड है, जिससे आप रोज़ाना अपडेटेड मेडिकल कोडिंग जॉब्स खुद खोज सकते हैं चाहे आप फ्रेशर हों या एक्सपीरियंस्ड।
1. Job Portals को Target करें:
- Naukri.com – “Medical Coding Jobs in Chennai” टाइप करके Search करें
- Indeed.com – Filters का इस्तेमाल करें: Location = Chennai, Job Type = Full-time / Work from Home
- LinkedIn – सबसे बढ़िया जगह है नेटवर्क बनाने और सीधे HR से connect करने के लिए
2. कंपनियों की Official Websites पर जाएं:
कुछ बड़ी कंपनियाँ जैसे:
- Omega Healthcare
- Visionary RCM
- Access Healthcare
- GeBBS Healthcare
- Vee Technologies
इनकी Career Page पर “Current Openings” regularly अपडेट होते हैं। यहाँ Walk-In Interviews, Remote Opportunities और Internship Details भी मिलते हैं।
3. WhatsApp और Telegram Groups Join करें:
आजकल कई जॉब ग्रुप्स भी काम की चीज़ बन गए हैं। आप “Medical Coding Jobs Chennai” जैसे कीवर्ड से Telegram या Facebook ग्रुप्स में Active रह सकते हैं। कई HR वहीं तुरंत openings शेयर करते हैं।
FAQs
Q1. क्या मेडिकल कोडिंग के लिए NEET जरूरी है?
बिलकुल नहीं। मेडिकल कोडिंग एक नॉन-क्लिनिकल प्रोफेशन है। इसमें आपको मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं देना होता, सिर्फ रिपोर्ट्स को कोड करना होता है।
Q2. क्या ये Work From Home किया जा सकता है?
हाँ। कई कंपनियाँ Remote जॉब ऑफर करती हैं, खासकर अगर आप सर्टिफाइड हैं और अनुभव रखते हैं।
Disclaimer:
इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और करियर गाइडेंस के उद्देश्य से साझा की गई है। हम किसी भी संस्था, कंपनी या कोर्स प्रोवाइडर से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े नहीं हैं। पाठकों से अनुरोध है कि वे किसी भी कोर्स या नौकरी के लिए आवेदन करने से पहले संबंधित संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट और विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी की पुष्टि अवश्य करें। इस लेख का उद्देश्य केवल मार्गदर्शन करना है, न कि किसी विशेष सेवा का प्रचार या वादा करना।