Summary

High salary career options in medical without NEET, बिना MBBS के भी बनाएं हेल्थकेयर करियर। हाई सैलरी, अच्छा स्कोप – सब कुछ इस गाइड में!

Article Body

High Salary Medical Careers Without NEET - फुल गाइड 2025
High Salary Medical Careers Without NEET - फुल गाइड 2025

यह सवाल बहुत सारे स्टूडेंट्स के दिल और दिमाग में अक्सर चलता रहता है, क्या वाकई बिना NEET क्लियर किए भी मेडिकल फील्ड में कोई बड़ा मुकाम पाया जा सकता है? और उसका जवाब है, हाँ, बिल्कुल!

अब देखो, हर साल लाखों स्टूडेंट्स NEET की तैयारी में जुटते हैं। कोई कोचिंग करता है, कोई रिवीजन की फाइलों में डूबा रहता है, और कोई दिन-रात दुआ करता है कि बस इस बार नंबर आ जाएँ। लेकिन जब रिजल्ट नहीं आता, तो एक अजीब-सा खालीपन महसूस होता है, जैसे सब खत्म हो गया हो।

पर रुकिए। यही वो मोड़ है जहाँ आपको रुक कर एक नया रास्ता चुनना होता है। क्योंकि मेडिकल की दुनिया सिर्फ MBBS या NEET तक सीमित नहीं है।

 

सच कहूं तो, मैंने खुद कई ऐसे लोगों को देखा है जो बिना NEET के भी हेल्थकेयर इंडस्ट्री में तगड़ी सैलरी कमा रहे हैं, और सबसे खास बात, उन्हें अपने काम से satisfaction भी है।

एक बार मेरे दोस्त ने मुझसे कहा था की जिंदगी वही होती है जो प्लान B से शुरू होती है। और मुझे लगता है ये मेडिकल करियर में भी उतना ही सटीक बैठता है।

अब अगर आप भी उन्हीं में से हैं जो NEET से थक चुके हैं, या NEET आपकी राह का हिस्सा नहीं है, तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है। बिना नीट के भी आप ये कुछ कोर्सेज करके अपनी लाइफ सेट कर सकते हैंआइये जानते हैं:

 

1. B.Sc. in Cardiovascular Technology

अगर आप दिल के मरीजों की देखभाल, हार्ट से जुड़ी मशीनों की टेक्नोलॉजी और एक स्थिर, रिस्पॉन्सिबल करियर की तलाश में हैं, तो ये कोर्स आपके लिए वरदान है।

Cardiovascular Technologists असल में डॉक्टर के साथ काम करते हैं। ECG, Echo, और Stress Tests जैसे diagnostic tools को ऑपरेट करना, हार्ट से जुड़ी बीमारियों की पहचान में मदद करना, और यहां तक कि surgery के दौरान live assistance देना, ये सब उनके रोल में आता है।

और अब बात आती है सैलरी की।

सच कह रहा हूँ ,जब मैंने पहली बार इस फील्ड के बारे में पढ़ा था, तो लगा था कि शायद इसमें पैसा कम होगा। लेकिन सच्चाई ये है कि एक अच्छे प्राइवेट हॉस्पिटल या डायग्नोस्टिक सेंटर में एक फ्रेशर को ₹30,000 से ₹50,000 तक की शुरुआत मिल सकती है, और 3–4 साल का अनुभव होते ही ₹70,000–₹1 लाख तक पहुँचना भी आम बात है।

और सबसे अच्छी बात ये कि इसके लिए आपको NEET क्लियर करने की ज़रूरत नहीं होती।

 

2. B.Sc. in Medical Imaging Technology (X-ray और MRI का मास्टर)

अब सोचिए, जब भी कोई मरीज हॉस्पिटल जाता है और डॉक्टर कहते हैं X-ray कराओ या MRI कराओ, तो असल में उन बड़ी-बड़ी मशीनों को चलाने वाला कौन होता है?

वही होता है Medical Imaging Technologist।

इस फील्ड में आप X-ray, CT Scan, MRI, Ultrasound जैसी advanced imaging machines को ऑपरेट करना सीखते हैं। और हाँ, ये सिर्फ बटन दबाना नहीं होता, इसमें आपको सही एंगल, सही पोजिशनिंग, और मेडिकल इमरजेंसी को समझने का भी गहरा अनुभव चाहिए होता है।

एक फ्रेशर की सैलरी ₹25,000–₹40,000 प्रति माह से शुरू हो सकती है, लेकिन जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है और आप किसी मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल या प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर में काम करते हैं, वैसा-वैसा आपकी कमाई भी ₹80,000+ तक जा सकती है।

यहाँ तक कि विदेशों में तो इस प्रोफेशन की बहुत डिमांड है, खासकर UAE, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में।

सके लिए भी आपको NEET देने की कोई ज़रूरत नहीं है।

 

3. B.Sc. in Nursing

सुनने में सिंपल लगता है, लेकिन Nursing एक ऐसा फील्ड है जिसमें काम करने वाले को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है। और ये बात सिर्फ कहने की नहीं है, मरीज के सबसे कठिन समय में नर्स ही उसका सबसे बड़ा सहारा होती है।

अब कुछ लोग सोचते हैं कि नर्सिंग का मतलब है बस डॉक्टर की मदद करना या वार्ड में ड्यूटी करना। पर ये पूरी सच्चाई नहीं है। आज के नर्सेज critical care unit, operation theatre, और emergency wards में बहुत high-level decision-making roles निभा रहे हैं।

कमाई की बात करें तो, एक ट्रेन्ड नर्स की शुरुआती सैलरी ₹30,000–₹45,000 प्रति माह तक होती है। और अगर आपने पोस्ट-ग्रेजुएशन कर लिया या किसी government job में लग गए — तो ₹80,000 से ₹1 लाख प्रति माह कमाना भी मुमकिन है।

और हां, इसका सबसे बड़ा प्लस पॉइंट? आपको NEET की ज़रूरत नहीं पड़ती। Admission B.Sc. Nursing programs में अलग एंट्रेंस एग्ज़ाम या 12वीं के मार्क्स के बेसिस पर होता है।

 

4. B.Sc. in Medical Laboratory Technology (MLT)

आप जब भी किसी हॉस्पिटल में टेस्ट करवाने जाते हैं, खून, यूरिन, थायरॉइड, शुगर, या कोई भी रिपोर्ट, तो उस रिपोर्ट को प्रोसेस करने वाला इंसान कौन होता है? वही होता है Medical Lab Technologist।

ये वो लोग होते हैं जो diseases की जड़ तक पहुँचने में डॉक्टर की मदद करते हैं। चाहे वो कैंसर की शुरुआती पहचान हो या किसी इंफेक्शन की डिटेल रिपोर्ट, सब कुछ इनके हाथों से होकर गुजरता है।

शुरुआत में ₹20,000–₹35,000 तक मिल सकता है, लेकिन जैसे ही आप किसी बड़े लैब नेटवर्क (जैसे Thyrocare, Dr. Lal Pathlabs या SRL Diagnostics) या हॉस्पिटल से जुड़ते हो, आपकी सैलरी ₹60,000–₹80,000 प्रति माह तक पहुँच सकती है। और अगर आप खुद की लैब खोल लेते हैं, फिर तो इनकम की कोई लिमिट नहीं।

और सबसे बढ़िया बात इसमें भी NEET की कोई ज़रूरत नहीं। Direct admission मिल जाता है कई अच्छे private और government-affiliated colleges में।

 

5. B.Sc. in Operation Theatre Technology

अब सोचिए, जब एक सर्जरी चल रही होती है, डॉक्टर, नर्स, और मशीनें मिलकर एक ज़िंदगी को बचाने में जुटे होते हैं। लेकिन इन सब के बीच एक ऐसा इंसान भी होता है जो सर्जरी की तैयारी से लेकर पूरे प्रोसेस के दौरान हर तकनीकी चीज़ का ध्यान रखता है, वो होता है Operation Theatre (OT) Technologist।

OT टेक्नोलॉजिस्ट का काम सिर्फ़ एक बटन दबाना नहीं होता। ये anesthesia equipment से लेकर surgical instruments, sterilization से लेकर patient shifting तक, हर चीज़ को संभालते हैं। और एक experienced OT tech की value किसी भी surgical टीम में doctor जितनी होती है।

सैलरी देखें तो शुरुआत में ₹25,000–₹40,000 मिल सकते हैं। लेकिन जैसे-जैसे आप experience लेते हैं या किसी reputed chain of hospitals (Apollo, Fortis, Manipal, आदि) में जुड़ते हैं, वैसा ही आपकी monthly income ₹70,000–₹90,000 तक पहुँच जाती है।

और हां, admission के लिए NEET नहीं चाहिए होता। Direct admission या institute-specific टेस्ट के ज़रिए आप B.Sc. OT Tech कोर्स में एंट्री पा सकते हैं।

 

6. Bachelor of Physiotherapy (BPT)

Physiotherapy यानी वो कला जो बिना दवाइयों के लोगों को चलना, उठना, दौड़ना और जीना सिखा देती है। ये करियर उन लोगों के लिए है जिन्हें दूसरों की मदद करके खुशी मिलती है, और हां, पैसा भी।

BPT करने के बाद आप स्पोर्ट्स इंजरी, पोस्ट-सर्जिकल रिकवरी, ऑर्थोपेडिक समस्याएं, और यहां तक कि न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (जैसे लकवा) वाले मरीजों की फिजिकल थैरेपी करते हैं। आजकल तो हर बड़ा स्पोर्ट्स क्लब, जिम, और हॉस्पिटल में एक प्रोफेशनल फिजियो जरूरी होता है।

फ्रेशर को ₹25,000–₹40,000 मिलते हैं, लेकिन प्राइवेट क्लिनिक, या खुद का प्रैक्टिस सेट कर लेने के बाद ₹1 लाख+ महीना भी बहुत आम बात है। और अगर आप विदेशी सर्टिफिकेशन ले लेते हैं, जैसे ऑस्ट्रेलिया या UK से, तो वहां physiotherapists ₹50 लाख+ सालाना भी कमा रहे हैं।

इसमें NEET नहीं चाहिए होता। State-level entrance या institute-specific admission से ही ये कोर्स जॉइन किया जा सकता है।

 

7. B.Sc. in Clinical Research

दवाइयाँ बाजार में आने से पहले सालों तक टेस्ट होती हैं, और यही काम करता है Clinical Research का प्रोफेशनल। ये लोग ये तय करते हैं कि कोई नई दवा इंसानों पर असरदार है या नहीं, इसके साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं, और इसे मार्केट में लॉन्च किया जा सकता है या नहीं।

Clinical trials, data analysis, pharma companies से coordination ,ये सब इस जॉब का हिस्सा होता है। और सच बताऊँ, ये फील्ड जितना deep है, उतना ही कम लोगों को इसके बारे में पता है।

लेकिन फार्मा इंडस्ट्री इसे बहुत सीरियसली लेती है, और इसी वजह से, यहाँ पैसा भी बहुत है।

स्टार्टिंग सैलरी ₹35,000–₹50,000 तक होती है, लेकिन कुछ सालों के अनुभव के बाद, ₹1 लाख+ महीना और International projects का ऑफर मिलना भी आम बात है।

 

8. Health Informatics & Hospital Management

ये एक ऐसा करियर है जिसे बहुत कम लोग समझते हैं, लेकिन बड़ी-बड़ी हॉस्पिटल चेन, हेल्थटेक स्टार्टअप्स और मेडिकल बीमा कंपनियां इसी के इर्द-गिर्द घूम रही हैं।

Health Informatics में आप सिखते हो कि कैसे patient data, hospital systems, billing, insurance, diagnostics सब कुछ को एक साथ टेक्नोलॉजी की मदद से manage किया जाए। यह एक bridge है medical science और information technology के बीच।

Hospital Management professionals पूरे सिस्टम को smooth चलाने के लिए responsible होते हैं, चाहे वो इमरजेंसी handling हो, OT schedule हो या patient care coordination।

एक MBA in Hospital Management या Health Informatics की शुरुआती सैलरी ₹40,000–₹60,000 प्रति माह होती है। लेकिन 2–3 साल के अंदर ₹1.2 लाख+ तक जाना बिल्कुल common है। कुछ private hospital CEOs भी इसी बैकग्राउंड से आते हैं।

और हाँ, NEET? Nope. आप इस कोर्स में BBA, B.Sc. या सीधे MBA प्रोग्राम के ज़रिए entry ले सकते हैं।

 

FAQs:

Q1. क्या बिना NEET के मेडिकल फील्ड में ₹1 लाख प्रति महीना कमाना मुमकिन है?
बिलकुल! Physiotherapy, Clinical Research, OT Technology जैसे फील्ड्स में कुछ सालों के अनुभव के बाद ₹1 लाख+ कमाई संभव है।

Q2. क्या इन करियर ऑप्शन्स में सरकारी नौकरी मिल सकती है?
हाँ, Nursing, MLT, और Imaging जैसे फील्ड्स में सरकारी हॉस्पिटल्स, AIIMS, और अन्य संस्थानों में वैकेंसी आती रहती है, और सैलरी भी अच्छी होती है।

 

Disclaimer:

यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। करियर का चुनाव पूरी रिसर्च, अपडेटेड कॉलेज/कोर्स जानकारी और आपकी पर्सनल रूचि के आधार पर करें। किसी भी कोर्स में एडमिशन से पहले official sources या career counselor से सलाह अवश्य लें।